Ashta News

महिषासुर हमारे मन में अशुद्धता और नकारात्मकता का प्रतीक है – रायसिंह मेवाड़ा

रिपोर्ट राजीव गुप्ता आष्टा जिला सीहोर एमपी

नगर में इन दिनों गरबे की धूम है मातारानी के भजनों के साथ सुंदर परिवेश में युवतियां महिलाए माता की आराधना में लीन हैं इसी प्रकार नगर के अंजनी नगर में गरबा खेलकर हो रही मातारानी की भक्ति

आष्टा। संपूर्ण देश, प्रदेश सहित नगर में श्रद्धालुजन नवरात्र के जश्न में डूबे हुए है। नौ दिनों तक चलने वाले इस त्यौहार में श्रद्धालुजन मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना करते हैं। साथ ही शक्ति के इन स्वरूपों का उत्सव भी मनाते हैं। इसी के चलते नगर के अंजनी नगर में नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा के मुख्य आतिथ्य में महिला समूहों द्वारा गरबे का शुभारंभ किया। नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने डांडिया खेलकर गरबे का शुभारंभ किया, वहीं मातृशक्तियों को नवरात्रि की बधाई देते हुए कहा कि गरबा मनोरंजन का माध्यम नही है इससे मातारानी की आराधना की जाती है।

इतना आकर्षक व भव्य पांडाल संजोकर आपके द्वारा विभिन्न नृत्यों के माध्यम से गरबे की प्रस्तुति दी गई वह अपने आपमें मनमोहक प्रस्तुति है। गरबा एक प्रकार का लोकनृत्य है, जिसकी शुरुआत गुजरात प्रांत से हुई थी। यह न सिर्फ एक धार्मिक, बल्कि सामाजिक कार्यक्रम भी है, जिसे मुख्य रूप से नवरात्र के त्योहार के मौके पर किया जाता है।

ऐसा माना जाता है कि गरबा देवी दुर्गा के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए किया जाता है, क्योंकि उन्होंने असुरों के खिलाफ भीषण युद्ध और राक्षसों के राजा महिषासुर के विनाश के बाद शांति स्थापित की थी। महिषासुर हमारे मन में शुद्धता और नकारात्मकता का प्रतीक है।

इस अवसर पर नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा के साथ पार्षद रवि शर्मा, संतोष वैष्णव, यश छाजेड़, पूरण मेवाड़ा, विजय मेवाड़ा सहित बड़ी संख्या में मातृशक्तियां, युवक-युवतियां उपस्थित थे।

Leave a Comment

Solverwp- WordPress Theme and Plugin

error: Content is protected !!