रिपोर्ट राजीव गुप्ता आष्टा जिला सीहोर एमपी
कृषि उपज मंडी समिति, आष्टा में सुचारू व्यापारिक प्रक्रियाओं और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए एसडीएम स्वाति मिश्रा ने सख्त कदम उठाए हैं। एसडीएम स्वाति मिश्रा ने एक माह की अवधि के लिए 73 पटवारियों की नियुक्त किया गया है। इन पटवारियों को मंडी में विभिन्न दुकानों पर जाकर,टोल कांटे (चेक किए जाए) की जांच करने के साथ ही मंडी में हो रहे सभी कार्यों की गहन निगरानी करने का निर्देश दिया गया है।
इसके अतिरिक्त, नीलामी प्रक्रिया में भी किसी प्रकार की अनियमितता न हो, इसके लिए भी पटवारियों की ड्यूटी लगाई गई है।एसडीएम मिश्रा का यह प्रयास सुनिश्चित करेगा कि मंडी में पारदर्शिता बनी रहे और किसानों को उनके उत्पादों का सही मूल्य मिले। किसानों और व्यापारियों ने इस पहल की सराहना की है, क्योंकि इससे व्यापार में पारदर्शिता और विश्वास बढ़ेगा।इस बार सोयाबीन की फसल की पैदावार कम भी हुई है।
मंडी प्रशासन ने किसानों की समस्या को देखते हुए हटाया अतिक्रमण किसान दूसरे गेट से भी जा सकता है
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मंडी में आष्टा दीपावली के मुहूर्त के बाद मंडी में भारी आवक देखते हुए मंडी कार्यालय के पीछे का अतिक्रमण भी हटाकर दूसरा आवक गेट भी खोला गया है
अब किसानों को मंडी में प्रवेश करने के लिए आसानी होगी वही काफी हद तक जाम से भी निजात मिलेगी सोमवार को जैसे ही मंडी खुली मुहूर्त के बाद क्षेत्र के किसान अपनी उपज लेकर आना शुरू हो गए थे एक दिन पहले ही मंडी परिसर खचाखच भर चुका था यहां तक की कन्नौद रोड पर भी कुछ दूर तक लाइन लग गई थी जिसको देखते हुए मंडी सचिव मोहन सिंह मालवीय ने तत्काल निर्णय लेते हुए कार्यालय के पीछे का अतिक्रमण मशीन के पंजे से तोड़ा गया अब किसान रोड के आवक गेट के अलावा थाने के पीछे वाला रोड बमुलिया भाटी मार्ग से भी मंडी में आसानी से प्रवेश कर सकते हैं जिससे मंडी परिसर में भी भीड़ कम लगेगी वहीं किसानों को परेशान नहीं होना पड़ेगा । इन दिनों में किसानों को खाद बीज के लिए रुपए की आवश्यकता है इसलिए लगातार किसान अपनी सोयाबीन की उपज या अन्य उपज लगातार मंडी में ला रहे हैं और अपनी जरूरत के समान के अलावा खासकर खाद बीज खरीद रहे ताकि आसानी से गेहूं चने की बोनी हो सके मंडी प्रशासन के इस निर्माण से ऐसा लगता है कि आप कन्नौद रोड पर जाम नहीं लगेगा और किसानों को सुविधा भी मिलेगी मंडी सचिव मोहन सिंह ने बताया की मंडी में अधिक आवक होने के कारण जाम लगता था इसलिए कार्यालय के पीछे का गेट का अतिक्रमण हटाया गया है ताकि किसान इस गेट से भी आवक जवाककर सकते हैं।