आष्टा जिला सीहोर से राजीव गुप्ता की रिपोर्ट
सरदार पटेल की जयंती पर उन्हें याद किया
पाटीदार समाज आष्टा के अध्यक्ष लखन पाटीदार ने हमारे प्रतिनिधि को बताया की आज सरदार पटेल की जयंती के अवसर पर समाज द्वारा उनकी प्रतिमा पर समाज की धर्मशाला पाटीदार छात्रावास आष्टा में सामाजिक बंधुओ ने माल्यार्पण कर देश के लिए उनके योगदान को याद किया। उन्होंने बताया की वह एक मजबूत, अडिग और दृढ़ संकल्पित व्यक्तित्व के धनी थे।भारत को आजादी मिलने के बाद सरदार वल्लभ भाई पटेल ने पूरे राष्ट्र को एकता के सूत्र में पिरोने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
यही कारण भी है कि वल्लभभाई पटेल की जयंती को देश में राष्ट्रीय एकता दिवस (National Unity Day) के तौर पर मनाया जाता है।सरदार पटेल की महानतम देन थी 562 छोटी-बड़ी रियासतों का भारतीय संघ में विलीनीकरण करके भारतीय एकता का निर्माण करना। विश्व के इतिहास में एक भी व्यक्ति ऐसा न हुआ जिसने इतनी बड़ी संख्या में राज्यों का एकीकरण करने का साहस किया हो।
5 जुलाई 1947 को एक रियासत विभाग की स्थापना की गई थी।सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नडियाद में एक किसान परिवार में हुआ था। वह अपने माता-पिता की चौथी संतान थे।
गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी भारत के प्रथम उप प्रधानमन्त्री तथा प्रथम गृहमन्त्री वल्लभभाई पटेल को समर्पित एक स्मारक है, जो भारतीय राज्य गुजरात में स्थित है। गुजरात के तत्कालीन मुख्यमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्टूबर 2013 को सरदार पटेल के जन्मदिवस के मौके पर इस विशालकाय मूर्ति के निर्माण का शिलान्यास किया था।