वन विभाग की इस सफलता से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
रिपोर्ट राजीव गुप्ता आष्टा जिला सीहोर एमपी

आष्टा। विगत कुछ दिनों से ग्राम लसुड़ियापार में वन्य प्राणी तेंदुए के विचरण करने की सूचना वन विभाग को प्राप्त हो रही थी। इसके बाद वन विभाग ने ग्रामीणों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक विशेष दल गठित किया और क्षेत्र में नियमित सर्चिंग कर तेंदुए की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही थी।वन विभाग को तेंदुए की उपस्थिति के प्रमाण मिलने पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार 18 फरवरी 2025 को तेंदुए के मूवमेंट वाले क्षेत्र में एक पिंजरा स्थापित किया गया। आखिरकार, 20 फरवरी 2025 की रात को वन विभाग को सफलता मिल गई और तेंदुआ पिंजरे में कैद हो गया।इस संबंध में वन विभाग के रेंजर राजेश चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि तेंदुए की गतिविधियों की सूचना मिलते ही तत्काल दल गठित कर क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी गई थी। तेंदुए को सुरक्षित पकड़ने के लिए विशेष प्रयास किए गए, जिसमें वन विभाग को अंततः सफलता प्राप्त हुई।तेंदुए को पकड़े जाने के बाद उसका स्वास्थ्य परीक्षण उप वनमंडल अधिकारी, सीहोर के समक्ष कराया गया, जिसमें वह पूरी तरह स्वस्थ पाया गया। इसके बाद वन विभाग की टीम ने तेंदुए को आष्टा परिक्षेत्र की बीट सिंगारचेरी के जंगल में सुरक्षित रूप से छोड़ दिया।वन विभाग की इस सफलता से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। इस अभियान के दौरान वन विभाग की टीम ने तेंदुए को सुरक्षित पकड़ने और उसे पुनः प्राकृतिक आवास में छोड़ने का सराहनीय कार्य किया।

